Sunday, 29 April 2018

जिंदगी एक जंग (मेरी पहली कविता )

यह ज़िन्दगी एक जंग  है 
इस जंग  के कई रंग है

कोई जीत कर हारा यहाँ  
कोई हार कर जीता यहाँ 

कई सोच है पलते यहाँ 
कई सोच है ढलते यहाँ 

सुन गर कहीं तू ढल गया 
यह सोच मत तू थम गया  

आँखों में तू सपने सजा 
उड़ने का रख तू हौसला 

हिम्मत तेरी रंग लाएगी 
आशा नयी दिखलायेगी 

बादल सभी छट  जाएगा 
सूरज नया उग आएगा 

यह जान जाएंगे सभी 
हारा नहीं था तू कभी 

और ना  कभी तू हारेगा 
इस ज़िन्दगी के जंग  में 

यह ज़िन्दगी एक जंग है 
इस जंग  के कई रंग हैं। 

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