Sunday, 21 January 2018

एकीकरण

भौतिक विज्ञान में वृहत ऊर्जा उत्पत्ति के संबंध में जानने के लिए नाभिकीय विखंडन(nuclear fission) और नभिकीये संलयन(nuclear fusion) के बारे में पढ़ाया जाता है। उल्टा लग रहा होगा पहले विखंडन लिख दिया है जानबूझ कर गलती नहीं किया जाता, आगे समझ जाएंगे । 


नाभकिये विखंडन- इसमें यूरेनियम-235 पर न्यूट्रॉनों की बमबारी की जाती है तो बहुत अधिक ऊर्जा और तीन नए न्यूट्रॉन निकलते हैं ये न्यूट्रॉन यूरेनियम के अन्य नाभिक को विखंडित करते हैं और ये एक श्रंखला बन जाती है।
इसके भी दो प्रकार हैं।



1)अनियंत्रित-इस अभिक्रिया में निकले न्युट्रान पर नियंत्रण नहीं होता और यह विनाशकारी होता है।
परमाणु बम इसके उदहारण है(हिरोशिमा ,नागासाकी वाला)



2)नियंत्रित-यह धीरे-धीरे होती है और यह लाभदायक होता है।
परमाणु रिएक्टर इसके उदाहरण हैं।



अभिक्रिया अपने आप नियंत्रित नहीं होती इसे नियंत्रित किया जाता है । न्यूट्रॉनों को नियंत्रित करने के लिए कैडमियम,बोरान का उपयोग किया जाता है।
मतलब  ये है कि लोकतंत्र को भी नियंत्रित करने के लिए इन्हें तीन भागों में बांटा गया है। अनियंत्रण का परिणाम विनाशकारी ही होता है और इससे 1000 गुना खतरनाक है तीनों का एक हो जाना। क्योंकि नाभिकीय संलयन(nuclear fusion)से हाइड्रोजन बम का निर्माण होता है जो परमाणु बम से 1000 गुना शक्तिशाली होता है।
राजनीति से उठकर सोचियेगा।  

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